हाइलाइट्स:
- उत्तरी तट पर फिंगर 8 से पीछे हट रहे चीनी सेना के भारी युद्धक टैंक
- साउथ ब्लॉक में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया की समीक्षा की गई
- फिलहाल फिंगर 4 से लेकर फिंगर 8 तक का क्षेत्र असैन्य क्षेत्र रहेगा
नई दिल्ली
भारत और चीन के बीच हुए समझौते के अनुसार पैंगॉन्ग त्सो से चीन की पीएलए और भारतीय सैनिकों के बीच वापसी की प्रक्रिया निर्धारित शेड्यूल के अनुसार हो रही है। सैटेलाइट से मिली तस्वीरों के अनुसार यह साफ दिख रहा है कि साल्टवाटर लेक के उत्तरी तट पर चीनी सेना के भारी युद्धक टैंक तेजी से फिंगर 8 से पीछे हट रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शुक्रवार को साउथ ब्लॉक में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया की समीक्षा की गई। भारतीय सेना की तरफ से इस निर्धारित प्रक्रिया पर संतुष्टि व्यक्त की गई। सैनिकों की वापसी की यह प्रक्रिया 19 फरवरी या शुरू होने से 10 दिन के भीतर पूरी होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया गया, 'मैं समझता हूं कि एक अच्छी प्रक्रिया पहले ही अपने उद्देश्यों को हासिल कर चुकी है। निर्धारित शेड्यूल के अनुसार चीनी सेना बहुत तेजी से पीछे की तरफ हट रही है।'
पैन्गॉन्ग त्सो से सैनिकों की वापसी के समझौते के अनुसार पीएलए फिंगर 8 के पूर्व की तरफ श्रीजप प्लेन की तरफ हटेगा। वहीं भारतीय सेना फिंगर 3 पर धन सिंह थापा पोस्ट पर लौटेगी। फिंगर 4 से लेकर फिंगर 8 तक का क्षेत्र असैन्य क्षेत्र रहेगा। इस जगह पर पट्रोलिंग को लेकर आगे कमांडर लेवल की बातचीत पर सहमति बनेगी।