नई दिल्ली. देश भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस बीमारी ने न्याय व्यवस्था से जुड़े लोग भी नहीं बच पाए. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमन्ना (CJI NV Ramanna) ने खुद इससे जुड़े आंकड़े पेश किए हैं. उन्होंने जानकारी दी है कि अब तक अब तक 106 हाई कोर्ट जज और 3000 ज्यूडिशियल ऑफिसर करोना पॉजिटिव हो चुके हैं. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के स्टाफ के 800 लोग संक्रमित हो चुके हैं. जबकि, तीन अधिकारियों की मौत हो चुकी है.
देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एन वी रमन्ना ने आज सुप्रीम कोर्ट के पत्रकारों के लिए एक मोबाइल ऐप का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने बताया कि पूरे देश के साथ साथ न्यायपालिका से जुड़े लोग किस तरह से कोरोना से प्रभावित हुए हैं. मुख्य न्यायाधीश द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश भर में अब तक 2768 ज्यूडिशियल ऑफिसर और 106 हाई कोर्ट जज कोरोना पॉजिटिव हो चुके है. जबकि दो राज्यों के हाई कोर्ट से अभी आंकड़े नहीं आए है.
इस बीमारी में 34 ज्यूडिशियल ऑफिसर और तीन हाई कोर्ट के जजों की मौत हुई है. सुप्रीम कोर्ट भी इस बीमारी से अछूता नहीं रहा. पिछले साल अप्रैल से अब तक 800 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हुए है. इनके अलावा 16 अधिकारियों को कोरोना हुआ है, जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है. मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रमन्ना ने सुप्रीम कोर्ट के जजों के बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया. लेकिन जानकारी के मुताबिक अब तक तीन जजों को कोरोना हो चुका है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा आयोजित इस मोबाइल ऐप के लॉन्चिंग कार्यक्रम में शामिल जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ कल ही कोरोना पॉजिटिव हुए है. वो सुप्रीम कोर्ट के ई कमेटी के इंचार्ज हैं. जस्टिस रमन्ना ने उन लोगों के परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की जिनकी इस बीमारी से मौत हुई है.
www.covid19india.org के मुताबिक, देश में संक्रमितों का आंकड़ा 2 करोड़ 37 लाख 16 हजार 436 पर पहुंच गया है. जबकि, 2 लाख 58 हजार 398 मरीजों की मौत हो चुकी है.