खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम का अफसर सलमान हैदर करोड़ों की काली कमाई का आसामी निकला. अब तक की कार्रवाई में उसके कई घर-प्लॉट, बैंक खातों का पता चल चुका है. छापे की कार्रवाई जारी है. हैदर पहले इंदौर में पदस्थ थे लेकिन अब कटनी में तैनात हैं. लोकायुक्त की टीम ने उनके इंदौर और कटनी के ठिकानों पर सोमवार सुबह एक साथ छापा मारा. अल सुबह करीब 50 लोगों की टीम हैदर के इंदौर स्थिति 4 घरों पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की.
लगातार मिल रही थी शिकायत
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक को इंदौर में मध्यप्रदेश खाद्य आपूर्ति निगम के प्रबंधक पद पर रह चुके सलमान हैदर के बारे में लगातार शिकायत मिल रही थीं. बताया जा रहा था कि उन्होंने आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित कर रखी है. वो गलत आचरण कर पैसा जमा कर रहे हैं. शिकायतों की जांच कर टीम ने सोमवार सुबह हैदर के इंदौर में चार और कटनी में एक ठिकाने पर दबिश दी.
सर्च वारंट देख रुपयों से भरा बैग खिड़की से बाहर फेंका
जिन स्थानों पर छापे मारे गए, उसमें खाद्य अधिकारी सलमान हैदर के साले का घर भी शामिल है. यह घर माणिकबाग रोड पर नंदनवन में है. जैसे ही अधिकारियों ने न्यायालय का सर्च वारंट दिखाया और खुद को लोकायुक्त का अधिकारी बताया, घर की महिलाओं ने रुपयों से भरा बैग खिड़की से बाहर फेंक दिया.
करोड़ों का आसामी है
प्रारंभिक तौर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग का अफसर सलमान हैदर करोड़पति निकला. इसमें बड़ी संख्या में प्लॉट, फ्लैट और मकान शामिल हैं. सुबह जब लोकायुक्त का दल हैदर के पैतृक निवास और उनके घर पहुंचा तब रिश्तेदार और परिवार सब सो रहे थे. जैसे ही अधिकारियों ने न्यायालय का सर्च वारंट दिखाया और खुद को लोकायुक्त का अधिकारी बताया, घर की महिलाओं ने रुपयों से भरा बैग खिड़की से बाहर फेंक दिया. हालांकि लोकायक्त के दल को शंका हुई तो उन्होंने कड़ी पूछताछ की. बाद में घर के सदस्यों ने बैग के बारे में जानकारी दी. बैग में पांच लाख से ज़्यादा नगद रखे हुए थे. लोकायुक्त दल को घर से वि���ेशी मुद्रा सहित नोटबंदी के दौरान बंद करंसी भी रखी मिली.
काली कमाई की लिस्ट
लोकायुक्त छापे की जानकारी जैसे ही सलमान हैदर को मिली, वह कटनी स्थित दफ्तर पर नहीं मिले. लोकायुक्त का एक दल अब हैदर को इंदौर लेकर भी आ सकता है. इसके साथ ही लोकायुक्त, विभाग को एक पत्र लिखकर हैदर के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहेगा. अभी जांच जारी है इसलिए और भी ज़्यादा अनुपातहीन सम्पत्ति का खुलासा होने की उम्मीद है. लोकायुक्त का दल अब बैंक खातों सहित लॉकर का डिटेल खंगाल रहा है.