- अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया था संवाद
- इस दौरान बनर्जी ने कहा था भारत सरकार को अमेरिका एवं कुछ अन्य देशों की तरह बड़ा आर्थिक पैकेज देना होगा
- बनर्जी ने कहा था भारत ने जीडीपी का एक प्रतिशत से भी कम 1.70 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है
- मंगलवार को पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की है
नई दिल्ली
कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है। लॉकडाउन के चलते देश की आर्थिक स्थिति काफी बदहाल हो गई है। देश अर्थव्यवस्था को उभारने के मद्देनजर बीते 5 मई को नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारत सरकार को अमेरिका एवं कुछ अन्य देशों की तरह बड़ा प्रोत्साहन पैकेज देना होगा। इससे लोगों के हाथों में पैसा आएगा और बाजार में मांग बढ़ेंगी।
कोरोना काल में राहत पैकेज के तौर पर केंद्र सरकार की ओर से खर्च की जा रही धनराशि और जीडीपी के अनुपात के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और जापान जैसे देश अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का करीब 10 प्रतिशत हिस्सा खर्च कर रहे हैं। वहीं, भारत ने अपने जीडीपी का एक प्रतिशत से भी कम 1.70 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। उन्होंने जीडीपी के अनुपात में अधिक खर्च करने की सलाह दी थी।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानि मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए कोरोना महामारी के संकट से उभरने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। ये पैकेज भी अमेरिका व अन्य विकसित देशों की तरह भारत की GDP का करीब 10 प्रतिशत है। पीएम मोदी ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को सफल बनाने की दिशा में काम करेगा।
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