दिल्ली. याकूब मेमन (Yakub Memon) की दया याचिका पर साइन करने वाले कांग्रेस नेता असलम शेख (Aslam Shekh) के मंत्री बनने पर महाराष्ट्र (Maharashtra) के सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सफाई दी है. उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर ऐसे आरोप हो तो फिर बीजेपी के नेताओं को भी निकालना पड़ेगा कि किस-किस ने समर्थन दिया है. उद्धव ठाकरे मंत्रिमंडल विस्तार करने के बाद पहली बार पीसी कर रहे थे.
असलम शेख पर CM ठाकरे का आया बड़ा बयान
उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य के हालात को समझने वाले अनुभवी नेता मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं. ये टीम राज्य के लिए बेस्ट टीम होगी. अलग-अलग विचार धारा की पार्टी है, फिर भी जनता के प्रश्न सुलझाने के लिए हम सब एक साथ आए हैं. एक परिवार की तरह हमें काम करना है, राज्य के हित के लिए काम करना है. किसी विषय को लेकर भूमिका अलग हो सकती है पर राज्य के विकास का विचार हमें करना है. 8 जनवरी को विशेष अधिवेशन बुलाया गया है. अगले एक-दो दिनों में मंत्रियों को उनके पोर्टफोलियो दिए जाएंगे.
बता दें, कांग्रेस विधायक असलम शेख ने भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने 1993 के मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के लिए दया की अपील की थी. याकूब मेमन को 1993 के मुंबई बम धमाकों के लिए फांसी की सजा दी गई थी.
शेख ने मंत्री बनाए जाने के बाद पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं का धन्यवाद देते हुए कहा था, 'हम जैसे एक मामूली से आदमी को मंत्री पद मिलेगा, यह मैंने सोचा भी नहीं था. हमारे पास कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं. हमारे पास कोई कारखाना नहीं है. फिर भी हमें हमारे वरिष्ठ नेताओं ने इस काबिल समझा, मैं सबका धन्यवाद करता हूं.'
असलम शेख मलाड पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैंअसलम शेख महाराष्ट्र कांग्रेस के एक नेता हैं. वर्तमान में मलाड पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. महाराष्ट्र में सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार में असलम शेख को भी मंत्री बनाया गया है. असलम शेख को महाराष्ट्र के कैबिनेट में मंत्री बनाए जाने पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए थे.