पटना:
बिहार चुनाव का तीसरा चरण... तीसरे चरण में वो इलाके जहां सबसे ज्यादा मुस्लिम वोटर... इन्हीं वोटरों के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की फिराक में थी ओवैसी की पार्टी AIMIM। लेकिन सिर्फ तीन घंटे में ओवैसी के समर्थन में चल रही हवाओं ने अपना रुख बदल दिया। सिर्फ तीन घंटे में ओवैसी की सोच से ज्यादा समीकरण ने पलटी मार दी और एग्जिट पोल के हिसाब से बिहार में पार्टी का पत्ता ही साफ हो गया। सवाल ये कि क्यों और कैसे... जानिए
वो तीन घंटे.. जिसने ओवैसी के खेल को कर दिया खराब
तीन घंटे... जी सही पढ़ा आपने... सिर्फ तीन घंटे में सीमांचल की मुस्लिम बहुल विधानसभा सीटों पर AIMIM सुप्रीमो ओवैसी का सारा समीकरण धूल-धूसरित हो गया। वो दिन था बुधवार का और तारीख थी 4 नवंबर की। तीसरे चरण की वोटिंग से ठीक 3 दिन पहले। बिहार के कटिहार में यूपी के सीएम और बीजेपी के फायरब्रांड चेहरे योगी आदित्यनाथ की सभा थी। रैली में अचानक योगी आदित्यनाथ ने ऐसा बयान दे दिया जो सीधे-सीधे वोटों के ध्रुवीकरण के लिए ही था। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार में घुसपैठ की समस्या को लेकर कहा कि कटिहार घुसपैठ की समस्या से त्रस्त है। बिहार में एनडीए की सरकार बनने पर घुसपैठिये को निकाल बाहर करेंगे। कहा कि एनडीए के भाजपा प्रत्याशी तार किशोर को चौथी बार आशीर्वाद दें,आपके आशीर्वाद से घुसपैठ की समस्या का समाधान होगा। योगी के मुताबिक बिहार में सरकार बनते ही घुसपैठियों को बाहर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कटिहार घुसपैठ की समस्या से परेशान है। इसका निदान किया जाएगा।
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योगी-नीतीश के भाषण ने कर दिया ओवैसी का खेल खराब
ओवैसी को उम्मीद जगी कि अब तो मुस्लिम वोटर उनके पाले में आ ही जाएंगे। लेकिन ठीक इसी तारीख यानि 4 नवंबर को योगी आदित्यनाथ के इस भाषण के तीन घंटे बाद... बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किशनगंज में हुंकार भर दी। बिहार के किशनगंज के कोचाधामन में चुनाव प्रचार करने आए सीएम नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यकों के लिए हुए कामों का बखान तो किया ही, साथ ही नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के मुद्दे पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने भाषण की शुरुआत में ही कहा कि कुछ लोग ऐसी फालतूबातें कर रह हैं कि लोगों को देश के बाहर कर दिया जाएगा। नीतीश में कहा कि किसी में दम नहीं कि हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे। गौरतलब है कि कोचाधामन मुस्लिम बहुल सीट मानी जाती है और यहां जेडीयू से मौजूदा विधायक मुजाहिद आलम, आरजेडी से शाहिद आलम और AIMIM से मोहम्मद इजहार मैदान में हैं। ऐसे में सभी जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। ओवैसी इस पूरे इलाके में CAA-NRC का मुद्दा जोर शोर से उठा रहे थे।
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ऐसे उलट गई ओवैसी की चौसर
पॉलिटिकल एक्सपर्ट बताते हैं कि इन दो बयानों के बाद ओवैसी की बिछी-बिछाई चौसर पासों समेत पलट गई। मुस्लिम वोटरों को ओवैसी के साथ अपना भविष्य खतरे में दिखने लगा। उन्हें ये महसूस होने लगा कि ओवैसी को दिया वोट बेकार भी जा सकता है। इसके बाद मुस्लिम वोटरों का तबका उस तरफ जा झुका जिसके बारे में ज्याद कुछ कहने की जरुरत नहीं है। लेकिन इन तीन घंटों में नीतीश-योगी की सभा ने ओवैसी की पार्टी का बिहार से पत्ता ही साफ कर दिया।