नोएडा: ट्रैफिक नियम (Traffic Rules) तोड़ने वालों को सबक सिखाने के लिए नोएडा प्रशासन (Noida Authority) ने अनोखा अभियान शुरू कर दिया है. नोएडा में अगर आपने ट्रैफिक नियमों (Traffic rules) का उल्लंघन किया तो आपकी गाड़ी के साथ आपका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral onSocial Media) किया जाएगा. इसके लिए परिवाहन विभाग ने ट्रेन्ड फोटोग्राफर नियुक्त किए हैं. जो नियम तोड़ने वालों के फोटो परिवाहन विभाग को भेजते हैं.
नोएडा आरटीओ के ट्रांसपोर्ट ऑफिसर हिमेश तिवारी ने जी मीडिया से बातचीत में बताया कि अगर आप नोएडा या ग्रेटर नोएडा में गाड़ी चला रहे हैं और टैफिक निमयों का पालन नहीं कर रहे हैं, तो हो सकता है आपके घर चालान आने से पहले आपके वॉट्सऐप या फेसबुक पर आपकी फोटो आ जाए. आप भले ही टैफिक पुलिस और ऑटोमैटिक कैमरे की नजरों से बच जाएं, लेकिन आपको ये फोटोग्राफर रंगे हाथों पकड़ सकते हैं. और इस बार न सिर्फ आपका चालान होगा बल्कि आपकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो सकती है. ये तस्वीरें ARTO Gautam Buddha Nagar नाम के फेसबुक पेज पर वायरल होंगी जहां तकरीबन 50,000 लोग जुड़े हुए हैं.
ट्रांसपोर्ट ऑफिसर ने बताया कि अथॉरिटी ने एक ही दिन में करीब 95 फोटो वॉट्सऐप और फेसबुक पर वायरल की गईं. किसी ने हेलमेट नहीं पहना था तो किसी ने सीट बेल्ट नहीं बांधी थी. आपको बता दें कि इन तस्वीरों में लोगों की गाड़ी का नंबर भी दर्ज हो जाता है. जिस से कानून तोड़ने वाला अपनी गलती मानने से इनकार नहीं कर सकता. ये तस्वीरें आम कैमरे पर नहीं बल्कि GPS enabled ऐप में ली जाती हैं. जिसमें फोटो के साथ-साथ तारीख, जगह का नाम और समय भी दर्ज हो जाता है. इसके बाद इन तसवीरों को परिवाहन विभाग भेजा जाता है. जहां पहले इन गाडियों पर चालान होता है और उसके बाद इनकी तस्वीरें वॉट्सऐप और फेसबुक पर शेयर की जाती हैं.
इस काम में तैनात फोटोग्राफर आजाद पुंदीर ने बताया कि इस अभियान के लिए फोटोग्राफर को खास ट्रेनिंग दी गई है. जिसमें ट्रैफिक नियमों से लेकर लोगों से बातचीत करने तक सभी तरह की ट्रेनिंग दी गई है. साथ ही सुरक्षा का ध्यान सखते हुए सभी का पुलिस वेरिफिकेशन किया गया है. इतना ही नहीं निर्धारित फोटोग्राफरों को ऑथारिटी की तरफ से साइन किया हुआ आईडी कार्ड भी दिया गया है. जिस से लोग निश्चिंत हो सकें की उनकी फोटो प्रसाशन की तरफ से खींची गई है. इस पूरे अभियान में जहां कुछ लोग प्रसाशन का साथ दे रहे हैं वहीं कुछ इन फोटोग्रैफरों से झगडा भी करते हैं. ऐसे में लोगों को सही तरह से इस अभियान के बारे में समझाया जाता है और यातायात नियमों का पालन करने के लिए बाताया जाता है.
हांलाकि इस बारे में जनता की राय मिली जुली है. कुछ लोगों ने इसे नियम सख्त करना नहीं बल्कि निजता का उल्लंघन बताया. इस तरह के अभियान के चलते लोगों की निजता में दखल देना कितना सही है. इस पर परिवाहन निगम ने साफ किया कि ये सभी तस्वीरें सार्वजनिक स्थानों पर ली गई हैं. इसका मुख्य उद्धेश्य है उन जगहों तक पहुंचना जहां आम तौर पर ट्रैफिक पुलिस नहीं है. या कैमरे नहीं लगे. जैसे नोएडा या अन्य शहरों में जगह-जगह कैमरे लगे हैं उस से लोगों की निजता नहीं छिनती उसी तरह से ये अभियान किसी की निजता में दखल नहीं देता.