हाइलाइट्स:
- सीमा विवाद को लेकर जारी बातचीत के बीच चीन ने एक बार फिर पीठ पर छुरा भोकने की कोशिश की
- जमा देने वाली ठंड और 19,000 फीट की ऊंचाई पर डटे भारतीय सैनिकों की चौकसी ने माकूल जवाब दिया
- चीनी सैनिकों ने सिक्किम के नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश की, भारतीय सेना ने इसे मामूली झड़प बताया
नई दिल्ली
सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच जारी बातचीत के बीच पड़ोसी देश ने एक बार फिर पीठ पर छुरा भोकने की कोशिश की। हालांकि जमा देने वाली ठंड और 19,000 फीट की ऊंचाई पर डटे भारतीय सैनिकों की चौकसी ने चीन को करारा जवाब दिया है। इस बार पूर्वी लद्दाख से इतर चीनी सैनिकों ने सिक्किम के नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश की जिसे रोकने के प्रयास में भारतीय सैनिकों की दुश्मन देश के सैनिकों से झड़प भी हुई लेकिन फिलहाल हालात काबू में हैं।
भारतीय जवानों ने एलएसी से सटे नाकू ला सेक्टर में शनिवार दोपहर घुसपैठ की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों को वापस खदेड़ दिया। दोनों तरफ के जवानों के बीच हाथापाई हुई, किसी तरह के हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ। भारतीय सेना ने इसे मामूली झड़प बताया।
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चीनी सैनिकों ने यथास्थिति बदलने की कोशिश की
बताया जा रहा है कि शनिवार को सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में चीनी सेना ने एलएसी की यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी। उसके कुछ सैनिक भारतीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे लेकिन खराब मौसम की स्थिति के बावजूद मुस्तैदी से डटे जवानों ने चीनी सैनिकों को रोक लिया। इस दौरान दोनों ओर के सैनिक आपस में भिड़ गए। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
नाकू ला सेक्टर काफी संवेदनशील इलाका
रक्षा सूत्रों के अनुसार, स्थानीय फॉर्मेशन कमांडर स्तर पर मामले को उसी दिन सुलझा लिया गया। बता दें कि नाकू ला काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है जिसका मतलब है कि इस क्षेत्र की संवेदनशीलता के चलते इस क्षेत्र में आपसी टकराव की स्थिति भी आ सकती है।
पिछले साल भी हुई थी ऐसी झड़प
इससे पहले पूर्वी लद्दाख के पैंगोग त्सो झील के पास पिछले साल 5 से 6 मई की मध्य रात को चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। दोनों ओर के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी जिसमें कुछ सैनिक घायल हुए थे। यह लड़ाई कुछ मिनटों में ही खत्म हो गई थी। 6 मई को दोनों ओर से बातचीत के साथ ही मामला सुलझा लिया गया था।
गर्मियां आते हीं दोनों ओर से बढ़ेगी पट्रोलिंग
अधिकारियों का कहना है कि एएलसी को लेकर दोनों देशों के बीच अलग-अलग धारणा के चलते यहां अक्सर झड़प हो जाती है। इसी समय दोनों ओर एरिया डॉमिनेशन और पूर्व निरीक्षण होता है। कुछ ही समय में गर्मियां आने वाली हैं और तापमान ऊंचा होते ही दोनों ओर से पट्रोलिंग भी अधिक होने लग जाती है।
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नौवें दौर की बातचीत में भी नहीं निकला हल
पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को लेकर चीन और भारत के बीच रविवार को कोर कमांडर लेवल की नौवें दौर की बातचीत हुई थी। 15 घंटे तक चली बातचीत में भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि टकराव वाले क्षेत्रों में डिसइंगेजमेंट और डी-एस्केलेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चीन के ऊपर है। हालांकि बातचीत से अबतक कोई हल नहीं निकल सका है।