हाइलाइट्स:
- नए कृषि कानूनों पर सरकार और किसानों के बीच बैठक खत्म
- बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल भी थे मौजूद
- बैठक की शुरुआत में आंदोलन के दौरान मृत किसानों के लिए दो मिनट का मौन
नई दिल्ली
नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) को लेकर किसानों और सरकार के बीच सोमवार को चल रही बैठक खत्म हो चुकी है। आज की बैठक में भी कोई फैसला नहीं हो पाया है। अब अगले दौर की बातचीत 8 जनवरी को होगी। यह बातचीत दोपहर 2 बजे होगी।
आज की बैठक में नहीं हो पाया कोई फैसला
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक के बाद कहा 'भारत सरकार के 2 नए कानूनों और एक संशोधन पर चर्चा हुई। हम क्लॉज के अनुसार चर्चा चाहते थे, इसपर बातचीत चलती रही। थोड़ी बहुत एमएसपी पर भी बात हुई। आज किसी निर्णय पर हम नहीं पहुंच सके हैं। इसलिए 8 जनवरी को फिर बातचीत पर किसान संगठनों और सरकार के बीच रजामंदी हुई।'
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कानून वापस लेने पर अड़े रहे किसान
नरेंद्र सिंह तोमर ने आगे कहा 'किसानों के कानून वापस लेने पर अड़े रहने की वजह से कोई रास्ता नहीं निकल पाया। हमें उम्मीद है कि अगली बैठक में सार्थक चर्चा होगी और हम समाधान तक पहुंच पाएंगे। किसानों को सरकार पर भरोसा है और सरकार के मन में किसानों के प्रति सम्मान और संवेदना है।'
तोमर ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि किसानों के समग्र हित को देखते हुए ही कानून बनाया है। हमारी अपेक्षा है कि किसन यूनियन की तरफ से यह बात हमारे सामने आए जिससे किसानों को समस्या है। हम उसपर खुलकर बातचीत करने को तैयार हैं। मुझे लगता है कि मुद्दे का जल्द ही समाधान होगा।
किसान नेता बोले- जब तक कानून वापसी नहीं, तब तक घर वापसी नहीं
उधर, किसान नेता राकेश टिकैत ने बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, '8 जनवरी को सरकार के साथ फिर से मुलाकात होगी। तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने पर और MSP दोनों मुद्दों पर 8 तारीख को फिर से बात होगी। हमने बता दिया है कि कानून वापसी नहीं तो घर वापसी भी नहीं होगी'
वहीं, ऑल इंडिया किसान महासभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को लेकर दबाव में है। हम कानूनू वापसी की मांग पर अड़े रहे, हम कानून वापसी के अलावा किसी अन्य मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहते हैं। जब तक कानून वापस नहीं होते, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
लंच ब्रेक के बाद दोबारा शुरू हुई बातचीत
विज्ञान भवन में किसानों और सरकार के बीच बातचीत हुई। यहां पर आंदोलन कर रहे कई किसान संगठनों के नेता मौजूद रहे। लंच ब्रेक के बाद दोबारा बातचीत शुरू हुई थी। किसान नेताओं ने केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश से विज्ञान भवन में मुलाकात की और अपनी मांगें बताई हैं।
Union Minister Som Prakash meet farmers representatives at Vigyan Bhavan. pic.twitter.com/5YhOWUlsPu
— ANI (@ANI) January 4, 2021
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मृतक किसानों के लिए दो मिनट का मौन
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल और सोम प्रकाश के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों और किसानों के प्रतिनिधियों ने उन किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखा जिन्होंने मौजूदा किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवा दी।
दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई बैठक
नए कृषि कानूनों और एमएसपी की कानूनी गारंटी को लेकर जारी गतिरोध को समाप्त करने के उद्देश्य से दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में किसानों संगठनों और सरकार के बीच बैठक शुरू हुई। सरकार की ओर से इस बैठक में कृषि मंत्री तोमर के साथ पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।
Delhi: Seventh round of meeting between Central Government & farmers' representatives begins at Vigyan Bhawan.#FarmLaws pic.twitter.com/5eO8bGjwzQ
— ANI (@ANI) January 4, 2021
कृषि मंत्री बोले-हमें सकारात्मक समाधान की उम्मीद
किसानों के साथ अगले दौर की बातचीत के लिए रवाना होने से पहले कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा- 'मुझे उम्मीद है कि हम आज एक सकारात्मक समाधान तक पहुंचेंगे। हम इस बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।'
I am hopeful that we will find a positive solution today. We will discuss all issues in the meeting: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar on today's talks with farmers pic.twitter.com/fxnQDS2KKx
— ANI (@ANI) January 4, 2021
इस बीच भारतीय किसान यूनियन (टिकैत ग्रुप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा- 'कानून वापस हों, MSP पर कानून बने, स्वामीनाथन कमिटी की रिपोर्ट लागू हो। हमें बिन्दुवार वार्ता (कानूनों पर) करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।'
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बैठक से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय सक्रिय
किसान संगठनों के साथ सातवें दौर की बैठक से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) सक्रिय रहा। पीएमओ ने आज होने वाली बैठक को लेकर संबंधित मंत्रियों से फीडबैक लिया। वहीं केंद्र सरकार पूरी तरह सतर्क होकर आगे की रणनीति पर काम कर रही है।