बेनामी संपत्ति के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि देश जातिवादी व्यवस्था का शिकार हो रहा है. बसपा सुप्रीमो ने निजी एजेंसी एएनआई से बातचीत में बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने दावा किया कि 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा बीजेपी के खातों में रकम आई है. पहले बीजेपी उसका हिसाब दे. मायावती ने आगे कहा कि बीएसपी लोगों की आवाज के लिए लड़ती रहेगी. आज दलितों और ओबीसी वर्ग को निजीकरण के जरिए खत्म करने की कोशिश की जा रही है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा, 'जो लोग सरकारी नौकरी में हैं, उनकी नौकरी खत्म करने की कोशिश की जा रही है.' आयकर विभाग की कार्रवाई के बाद मायावती ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने जो अरबों-खरबों की सम्पत्ति बनाई है, उसका हिसाब दें, क्योंकि हम तो बिल्कुल खुली किताब की तरह हैं. मायावती बीजेपी और आरएसएस के लोगों को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि इससे बीएसपी बिल्कुल भी डरने और घबराने वाली नहीं है.
IT की कार्रवाई को बताया षड्यंत्र
आनंद कुमार के खिलाफ की गई है कार्रवाई
आपको बता दें कि बता दें कि आनंद कुमार के खिलाफ बेनामी संपत्ति की जानकारी मिली थी, जिसके बाद 2017 में आयकर विभाग ने उनसे पूछताछ की थी. इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक, आनंद कुमार ने दिल्ली के व्यवसायी एसके जैन के सहयोग से कई हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति जुटाई थी. इस मामले में एसके जैन को बोगस कंपनी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया था. आनंद कुमार ने वर्ष 2007 से लेकर साल 2012 तक बेनामी संपत्ति बनाई थी. यह वही दौर था जब मायावती उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं. आयकर विभाग ने छापा मारकर उनकी 400 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति जब्त कर ली है.