नई दिल्ली
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आर्टिकल 370 और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की उच्चायुक्त मिशेल बैश्ले की टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सीमापार आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका पर आंखें मूंदे रखने पर हैरानी जताई और कहा कि संयुक्त राष्ट्र की इस संस्था का आकलन बिल्कुल गलत है। बैश्ले ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निष्प्रभावी किए जाने और नागरिकता (संशोधन) कानून लाने जैसे फैसलों की आलोचना की थी।
UNHRC चीफ को दिखाया आईना
विदेश मंत्री ने ईटी ग्लोबल बिजनस समिट में कहा, 'यूएनएचआरसी सीमापार आतंकवाद पर चुप रहती है। मानो उसे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) की गतिविधियों से कुछ लेनादेना ही नहीं है। कृपया समझिए कि वे (आंतकवादी) कहां से आ रहे हैं। यूएनएचआरसी का रेकॉर्ड देखिए कि उसने अतीत में कश्मीर के मुद्दे को कैसे हैंडल किया था।' संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद सीएए केस में सुप्रीम कोर्ट में खुद को एमिकस क्यूरी के तौर पर पेश करने की योजना बना रही है। जयशंकर ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज की।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
भारत यूरोपियन यूनियन या अमेरिकी संसद की कुछ समितियों जैसे विभिन्न विदेशी संगठनों की ओर से की गई आलोचना पर भी कड़ी प्रतिक्रिया जता चुका है। भारत ने यह कहकर इन संगठनों की आलोचना की कि इन्होंने कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा और समर्थन देने में पाकिस्तान की भूमिका और वहां 'शांति' स्थापित करने की दिशा में भारत की जद्दोजहद को नजरअंदाज किया है। विदेश मंत्री की ताजा टिप्पणियां भी इसी तर्ज पर हैं।
राष्ट्रविहीन लोगों की संख्या घटाने के लिए सीएए: विदेश मंत्री
ईटी ग्लोबल बिजनस समिट में अपने संबोधन के दौरान विदेश मंत्री ने यह कहते हुए सीएए का बचाव किया कि इससे राष्ट्रविहीन लोगों की संख्या घटाने का मकसद पूरा होगा जिसकी तारीफ होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'नागरिकता की बात करते हुए संदर्भ और मानक को ध्यान में रखा जाता है। दुनिया के एक भी देश बताइए जो कहता हो कि दुनिया के हर व्यक्ति का स्वागत है। ऐसा एक भी देश नहीं है।' उन्होंने सीएए के विशेष उद्देश्य की तरफ इशारा करते हुए कहा, 'हमने इस कानून के जरिए राष्ट्रविहीन लोगों की संख्या घटाने की कोशिश की है... हमने इसे इस तरह किया जिससे हमारे सामने और बड़ी समस्या खड़ी न हो जाए।'
उद्योग जगत को दिलाया भरोसा
भारतीय विदेश नीति को ताजा संदर्भों में देखते हुए जयशंकर ने बताया कि समिट में जुटे उद्योग जगत के दिग्गजों को भारतीय उद्योग के उत्थान पर भरोसा है। सरकार उनके भरोसे को मजबूत करने को प्रतिबद्ध है। बीजेपी सरकार के प्रति यह धारणा कि यह कारोबारियों के अनुकूल नहीं है, पर विदेश मंत्री ने कहा, 'विश्व में ब्रैंड इंडिया के कई चेहरे हैं। बिजनस इंडिया इनमें सबसे महत्वपूर्ण है। आपकी सफलता हमारी सफलता है और आप जब दुनिया में जाएं तो हम पर भरोसा रखें। हम वहां आपके लिए हैं।'