नई दिल्ली: क्या दुनियाभर में जारी 'कोरोना काल' और विकराल हो सकता है? क्या कोरोना से दुनियाभर में मौत का आंकड़ा करोड़ में पहुंच सकता है. ये सवाल इसलिए क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है. हम आपको WHO की ये पूरी रिपोर्ट बताएंगे लेकिन पहले आंकड़ों से ये समझ लीजिए कि किसतरह कोरोना वायरस पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रहा है.
पहले 1 लाख मामले 66 दिन में हुए, इसके बाद 1 लाख से 10 लाख तक कोरोना के मामले पहुंचने में 27 दिन लगे. आप ये जानकार हैरान हो जाएंगे कि अगले 19 दिनों में 10 लाख से 24 लाख 98 हज़ार मामले पहुंच गए.. यानी सिर्फ 19 दिनों में तकरीबन कोरोना के मामले 15 लाख बढ़ गए.
ये सच है क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में कोरोना से हालात और खराब हो सकते है. WHO के महानिदेशक टेड्रोस ए. गेब्रेयेस ने दुनिया कोरोना पर आने वाले कल को लेकर आगाह किया है. कोरोना का पूरी दुनिया में कहर जारी है. हालांकि कई देशों ने अपने यहां लॉकडाउन में थोड़ी छूट दे रहे हैं लेकिन WHO के महानिदेशक ने फिर से कोरोना को लेकर चिंता बढ़ाई दी है.
WHO के महानिदेशक टेड्रोस ए. गेब्रेयेस का कहना है, "अभी भी और बुरा दौर आना बाकी है, इस संकट को मिलकर रोकना होगा, इस वायरस को लेकर अभी भी कई लोग समझ नहीं पा रहे हैं."
WHO का ये डर गलत भी नहीं
WHO का ये डर गलत भी नहीं. सबसे बड़ी बात तो ये है कि तमाम कोशिशों को बावजूद अब तक कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में कोई भी देश कामयाब नहीं हो पाया है. उस पर पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से अबतक करीब 25 लाख लोग संक्रमित हैं. अमेरिका, इटली और स्पेन के बाद फ्रांस चौथा देश है जहां कोरोना संक्रमण की वजह से 20-20 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
दुनिया में अमेरिका अब कोरोना वायरस के संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित है जहां कोविड-19 से मृतकों की संख्या 42,000 के पार पहुंच गई है...
इटली कोविड-19 से दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है जहां मौतों का आंकड़ा 24000 के पार पहुंच गया है. वहीं, स्पेन और फ्रांस में भी कोरोना संक्रमण से 20,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पूरी दुनिया में 1 लाख 70 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.
WHO की चेतावनी पर क्या है भारत की तैयारी
कोरोना से महाविनाश को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी पर भारत की क्या तैयारी है. ये भी आपको जानना बेहद जरूरी है. भारत ने कोरोना के शुरुआती मामले सामने आने के बाद ही ही लॉकडाउन लागू कर दिया है. अभी लॉकडाउन का दूसरा फेज चल रहा है. जानकार मानते हैं कि कोरोना को लेकर भारत की स्थिति आने वाले दिनों में बेहतर होगी. ICMR के डिप्टी डायरेक्टर, डॉ. रमन आर गंगाखेडकर ने कहा, "WHO की अपनी चेतावनी में ये नहीं बताया कि हालात कैसे और खराब होंगे लेकिन ये उम्मीद भी जताई है कि इस संकट को रोक देंगे लेकिन माना जा रहा है कि संकट आगे अफ्रीका के रास्ते गहराएगा जहां स्वास्थ्य व्यवस्था के हालात बुरे हैं.
कोरोना ने किया अपने लक्षणों में तेजी से बदलाव
अब बात कोरोना वायरस के अदृश्य' आतंक की. कोरोना वायरस ने बीते कुछ महीनों में अपने लक्षणों में तेज़ी से बदलाव किए हैं. देश में हाल में सामने आए कोरोना के ताज़ा मामलों को देखा जाए तो पता लगा है कि संक्रमित मरीज बिना किसी लक्षण ही कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. यानी 'अदृश्य' कोरोना वायरस अब और भी ज्यादा घातक बन गया है.
देश में कोरोना वायरस का संकट गहरा रहा है. केंद्र और राज्य सरकारें लॉकडाउन और दूसरी ज़रूरी फैसलों के साथ संक्रमण के अदृश्य खतरे को रोकने की पुरज़ोर कोशिश कर रहे हैं लेकिन संक्रमण की चेन ऐसी है जो पूरी तरह टूट नहीं पा रही ह��. कोरोना के इसी गंभीर संकट पर अब भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी ICMR ने बड़ा खुलासा किया है. ICMR के मुताबिक, कोरोना के 80 प्रतिशत मामलों में संक्रमण के लक्षण दिखाई ही नहीं दिए.