अलीगढ़
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में सीएए और एनआरसी के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे एक हजार लोगों को जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से पूछा है कि निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों ना की जाए? साथ ही पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं आता है तो उक्त लोगों की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गौरतलब है कि दिल्ली गेट थानाक्षेत्र में ईदगाह के निकट धरना देने वाले प्रदर्शनकारियों में अधिकांश महिलाएं हैं। सिटी मैजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह ने कहा कि अगर सात दिन के भीतर इन लोगों का संतोषजनक जवाब नहीं आया तो उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारी संतोषजनक जवाब नहीं देते तो उनकी संपत्तियों को कुर्क करने की औपचारिकता शुरू कर दी जाएगी।
महिलाएं कर रहीं विरोध
बता दें कि सीएए और एनआरसी का विरोध कर रही सैकड़ों महिलाएं पिछले सप्ताह भर से धरने पर बैठी हैं। बुधवार को धरने में उस समय अफरातफरी मच गई, जब एक आवारा सांड प्रदर्शनकारियों के बीच घुस आया जिससे 20 वर्षीय एक युवती घायल हो गई।
पुलिसकर्मियों पर आरोप
मौके पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने किसी तरह सांड को भीड़ से बाहर खदेड़ा। वहां महिलाओं के साथ बच्चे भी थे। घटना में कुछ अन्य महिलाओं को मामूली चोट आई है। घायल युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप था कि सांड को जानबूझ कर भीड़ की ओर खदेड़ा गया ताकि प्रदर्शनकारियों को डराया जा सके। हालांकि, मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने इस आरोप से इनकार किया है।