नई दिल्ली
दुनिया भर में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस की चपेट में अब भारत भी फंसता दिख रहा है। मंगलवार को देश में कोविड-19 के 315 नए मामले सामने आए हैं। ये पहली बार है, जब देश में एक दिन में तीन सौ से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। सोमवार की तुलना में यह कोविड-19 पॉजिटिवों का यह आंकड़ा लगभग दोगुना है। अब देश में कोरोना वायरस पीड़ितों की कुल संख्या 1618 हो गई है और इसके चलते मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 52 हो गई है।
बीते तीन दिनों में 626 नए मामले सामने आए हैं। देश में तेजी से फैल रहे इस वायरस की यह 40 फीसदी की बढ़ोतरी है। देश में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से हैं, जहां 302 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इसके बाद दूसरे स्थान पर केरल (241), तीसरे पर तमिलनाडु (124) और चौथे स्थान पर देश की राजधानी दिल्ली (120) है।
अभी तक झारखंड और असम ने इस घातक कोविड-19 वायरस से दूरी बना रखी थी लेकिन मंगलवार को इन दोनों राज्यों में भी पहला-पहला केस सामने आया। झारखंड की राजधानी रांची में मलेशिया की एक 22 साल की युवती में इस वायरस की पुष्टि हुई है, जो रांची में बड़ी मस्जिद में ठहरी हुई थी। यह महिला भी तब्लीगी जमात संगठन का ही हिस्सा थी और यहीं से रांची पहुंची थी।
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असम के सिल्चर मेडिकल कॉलेज में एक 52 वर्षीय पुरुष की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह कैंसर का भी मरीज है और हाल ही में दिल्ली से लौटा है। असम प्रशासन को इस व्यक्ति के भी तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने का शक है।
राजधानी दिल्ली की अगर बात करें तो यहां इस बीमारी के दो बड़े हॉट स्पॉट बन गए हैं- ये हैं निजामुद्दीन और दिलशाद गार्डन। मंगलवार को यहां 23 नए केस सामने आए, जिससे कोविड-19 पीड़ितों की संख्या यहां 120 तक पहुंच गई। हालांकि इस आंकड़े में अभी निजामुद्दीन मस्जिद से बाहर ले जाए लोगों में से एक भी नया केस शामिल नहीं है क्योंकि सरकार ने दावा किया है कि अभी यहां के लोगों की रिपोर्ट आने का इंतजार है।
दिल्ली सरकार ने बताया, इन 23 केसों में 8 का यात्रा इतिहास था, जबकि 7 लोगों को संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से यह हुआ। आठ अन्य लोगों को यह संक्रमण होने की जांच जारी है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में कोरोना पीड़ितों का यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता दिख सकता है क्योंकि तब्लीगी जमात के 1548 लोगों में से रविवार और सोमवार को क्वॉरेंटाइन के लिए ले जाए गए 441 लोगों में इस वायरस के लक्षण चरम पर दिख रहे थे।
मंगलवार को सबसे ज्यादा 82 मामले दर्ज करने वाले महाराष्ट्र में अब कोविड-19 पीड़ितों की संख्या 302 हो गई है। राज्य में पीड़ितों का यह तीसरा शतक पूरा होने में सिर्फ दो दिन का समय लगा, जबकि पहली बार इस आंकड़े को 100 पर पहुंचने में ��रीब 15 दिन का समय लगा था और 100 से 200 होने में इस 6 दिन का समय लगा था। राज्य में दो और मौतें हो गई हैं, जिनमें एक मुंबई से और दूसरी पलघर से है। इससे यहां मरने वालों की संख्या 12 तक पहुंच गई है।
दिल्ली में आयोजित हुए तब्लीगी जमात के कार्यक्रम का असर तमिलनाडु में साफ दिखाई देने लगा है। यहां मंगलवार को एक दिन में ही कोरोना पीड़ितों के मामले दोगुनी रफ्तार से सामने आए और यह संख्य 67 से बढ़कर 124 हो गई है। तमिलनाडु के अलावा देश के बाकी राज्य- दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक ने भी महाराष्ट्र और केरल की राह पकड़ ली है, जहां 100 से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं।
मध्य प्रदेश की अगर बात करें तो यहां बीते दिन 19 नए और मामले सामने आए। इससे राज्य में कुल संख्या 66 तक पहुंच गई है और इंदौर प्रदेश में कोविड-19 का हॉट स्पॉट बन गया है। 66 मामलों में से 70 फीसदी मामले इसी शहर से हैं। मध्य भारत का बिजनस हब माने जाने वाले इस शहर से कल भी 19 में से 17 मामले यहीं से सामने आए। अधिकारियों ने बताया कि अब तक यहां 5 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को 2 और लोगों ने इस बीमारी के चलते दम तोड़ दिया।