नई दिल्ली. दिल्ली में पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प में अब आईएएस अधिकारी अशोक खेमका (Ashok Khemka) ने ट्वीट किया है. आईएएस एसोसिएशन के एक ट्वीट के जवाब में अशोक खेमका ने कहा है, ' पार्किंग विवाद को लेकर एक ऑन ड्यूटी पुलिसवाले ने वकील को सीने में गोली मार दी, वो भी कोर्ट परिसर के भीतर. एक वर्दीधारी फोर्स अब गलियों में अनुशासनहीनता दिखा रही है. आप इन लोगों को अनुशासित कहेंगे या साहसी?'
दरअसल आईएएस एसोसिशन की तरफ से पुलिस वालों की पिटाई की भर्त्सना की गई थी. ट्वीट में लिखा गया कि हम मुश्किल वक्त में अपने साथियों के साथ खड़े हैं. इस ट्वीट का जवाब देते हुए अशोक खेमका ने पूछा है कि आप पुलिस की अनुशासनहीनता को किस तरह से देखते हैं?
गौरतलब है कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिसवालों के बीच हुई झड़प का मामला गरमाता जा रहा है. मामले में कई पुलिस एसोसिशन और वकील एसोसिएशन भी कूद गए हैं. मंगलवार को पूरे दिन पुलिसवालों ने आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. मांगें माने जाने के बाद ही उन्होंने धरना समाप्त किया.
A lawyer shot in chest by an on-duty policeman over a parking dispute in court premises. A uniform force now showing indiscipline in the streets. Do you call these elements disciplined and brave?
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 5, 2019
वकील ने कमिश्नर को भेजा लीगल नोटिस
वहीं दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के वकील वरुण ठाकुर ने पुलिस कमिश्नर को लीगल नोटिस भेजा है. नोटिस में लिखा है कि मंगलवार को पुलिसकर्मी आईटीओ के सामने प्रदर्शन करते रहे और पूरे दिन मीडिया से बातचीत में वकीलों पर आरोप लगाते रहे. वरुण ठाकुर के मुताबिक इससे वकीलों और सिविल सोसायटी के लोगों में भय का माहौल कायम हुआ. वरुण ठाकुर ने अपने लीगल नोटिस में पुलिस के धरने को गैरकानूनी ठहराया है.