हाइलाइट्स:
- उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से दिखा भारी तबाही का मंजर, नदियां उफान पर
- चमोली में कुदरत का विकराल रूप, लगातार बढ़ रहा जलस्तर, कई घर चपेट में आने की आशंका
- आस-पास के इलाके कराए जा रहे खाली,लोगों से सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की अपील की जा रही है
चमोली
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही का मंजर दिख रहा है। इसके चलते अलकनंदा और धौली गंगा उफान पर है। पानी के तेज बहाव के मद्देनजर कीर्ति नगर, देवप्रयाग, मुनि की रेती इलाकों को अलर्ट पर रहने को कहा गया। पानी के बहाव में कई घरों के बहने की आशंका है। आस-पास के इलाके खाली कराए जा रहे हैं। लोगों से सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की अपील की जा रही है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं।
चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, 'अभी तक हमें जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक दो पुल के बहने की खबर है। नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। जनहानि होने की आशंका भी है, लेकिन अभी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। मैं भी घटनास्थल के लिए निकल रहा हूं।'
#WATCH | Water level in Dhauliganga river rises suddenly following avalanche near a power project at Raini village in Tapovan area of Chamoli district. #Uttarakhand pic.twitter.com/syiokujhns
— ANI (@ANI) February 7, 2021
'फंसे लोगों को जल्द बाहर निकाला जाए'
उन्होंने आगे कहा, 'SDRF और जिला प्रशासन की टीमों को जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है। स्थानीय लोगों से बातचीत के मुताबिक ही जानकारी हमारे पास भी है। ऐसे में हमारी प्राथमिकता है कि वहां फंसे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जाए।'
चमोली डीएम ने धौलीगंगा नदी के किनारे स्थित गांवों को खाली कराने का आदेश दिया। डीएम और एसपी घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। एसडीआरएफ और फायर की टीम जोशीमठ इलाके के रेणी गांव में पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गई है।
हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका
आईटीबीपी के अनुसार, 'रेणी गांव के नजदीक धौलीगंगा में भयानक बाढ़ देखी गई है जहां बादल फटने या जलाशय के टूटने के चलते जल निकायों में बाढ़ आ गई है और नदी किनारे स्थित कई घर तबाह हो गए हैं। हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है। आईटीबीपी के सैकड़ों जवान रेस्क्यू के लिए रवाना हो गए हैं।'
तपोवन ऋषि गंगा ग्लेशियर टूटने की खबर से लगातार जल स्तर बढ़ता जा रहा है। अनहोनी की आशंका के चलते श्रीनगर गढ़वाल धारी देवी मंदिर परिसर पुलिस प्रशासन ने खाल��� करवाना शुरू कर दिया है। हरिद्वार तक में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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बांध टूटने की खबर, SDRF अलर्ट पर
चमोली जनपद में तपोवन स्थित बांध टूटने की जानकारी मिली है। सुरक्षा को देखते हुए कर्णप्रयाग का बाजार खाली करवाया जा रहा है। एक पावर डैम ध्वस्त होने की सूचना है। पानी के रिसाव के खतरे को देखते हुए एसडीआरफ को अलर्ट किया गया है।
सीएम ने दिए आपदा से निपटने के आदेश
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, 'चमोली जिले से एक आपदा का समाचार मिला है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें। सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है।'
सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील
चमोली पुलिस ने लोगों से सुरक्षित इलाकों में जाने की अपील की है। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'आम जनमानस को सूचित किया जाता है कि तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुंची है, जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस कारण अलकनंदा नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील है जल्दी से जल्दी सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।'