नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सूत्रों की मानें तो आने वाली 26 जनवरी से पहले देश का माहौल बिगाड़ने के लिए छह में से फ़रार दो आतंकी दे सकते है कि बड़ी वारदात को अंजाम, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को एक एनकाउंटर के बाद तीन ISIS आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उनके एक साथी को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसको ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आई दिल्ली पुलिस ने जब उनसे पूछताछ शुरू की तो तमिल भाषी होने की वजह से शुरुआत में तो कुछ दिक्कत आई लेकिन ट्रांसलेटर की मदद से हुई पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि विदेश में बैठे हैंडलर ने उन्हें 26 जनवरी से पहले कुछ बड़ा करने के निर्देश दिए थे, जिसमे लोन वुल्फ अटैक भी शामिल है.
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की ISI चाहती है कि भारत के ही रहने वाले कुछ रेडिक्लाइज़ लड़के भारत मे अगर किसी आतंकी वारदात को अंजाम देते है तो सारा इल्ज़ाम ISIS पर लगेगा, स्पेशल सेल के एसीपी ललित मोहन नेगी ने जब चारों आतंकियों से पूछताछ की तो तमिल भाषी होने की वजह से कुछ दिक्कतें आई लेकिन चारों के ब्यान के बाद और टेक्निकल सर्विलांस से स्पेशल सेल को ये पता चल गया कि विदेश में बैठा ये हैंडलर कोई और नहीं पाकिस्तान से आतंक की फैक्ट्री चला रहा ISI का एक अधिकारी है, जिसने ISIS का चोला ओढ़कर भारत में आतंक फैलाने की साज़िश रची है.
स्पेशल सेल को मिली इस जानकारी के बाद देश भर की सुरक्षा एजेंसियां फ़रार उन दो आतंकियों की तलाश में जुट गई है जो अभी भी फ़रार है क्योंकि स्पेशल सेल को मिले इनपुट के मुताबिक ये लोग 26 जनवरी से पहले लोनवुल्फ अटैक की शक्ल में किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते है, दरअसल इन छह आतंकियों की किसी वारदात को अंजाम देने के ट्रेंड को देखकर पुलिस को भी लगता है कि ये लोग ना सिर्फ RSS के नेता और किसी पुलिस के बड़े अधिकारी पर गोली चलाने के बाद स्टेब इंजरी कर सकते है. सूत्रों के मुताबिक ISIS के नाम पर आतंकी हमला कराने की पीछे किसी ओर का नहीं पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI का हाथ है. सोमवार को स्पेशल सेल चारों आतंकियों को पटियाला हॉउस कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लगी और आतंकियों की इस साजिश को बेनक़ाब करेगी .