कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम (Kartik Chidambaram) ने आईएनएक्स मीडिया मामले (INX Media Case) में अपने पिता के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर सीबीआई और बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि सरकार आर्टिकल 370 से ध्यान भटकाने के लिए ये लिए ये कार्रवाई कर रही है. बता दें कि कल देर रात सीबीआई ने चिदंबरम को हिरासत में लिया था.
बदले की कार्रवाई
उन्होंने कहा, ''मेरे पिता पी चिदंबरम को इसलिए गिरफ्तार किया गया है क्योंकि बीजेपी की सरकार आर्टिकल 370 से ध्यान भटकाना चाहती है. ये पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित बदले की कार्रवाई है.’’
चार्जशीट क्यों नहीं?
कार्ति चिदंबरम के मुताबिक उन पर लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं. उन्होंने कहा, '' इस केस में कोई दम नहीं है. ये मामला 2008 का है जबकि इसमें FIR साल 2017 में दर्ज किया गया. मेरे खिलाफ चार बार छापे मारे गए हैं. बीस बार मुझे पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इतनी पूछताछ के बाद भी अभी तक इस केस में चार्जशीट फाइल नहीं हुई है.''
कार्ति चिदंबरम ने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल किया
सूत्रों के मुताबिक, कार्ति की कंपनी चेस मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड की सलाह पर आईएनएक्स मीडिया ने 26 जून 2008 को इस बारे में सफाई दी. कंपनी का कहना था कि निवेश शेयर में हुए मुनाफे की शक्ल में किया गया था. सीबीआई का आरोप है कि इसके बाद कार्ति चिदंबरम के प्रभाव की वजह से एफआईपीबी के अधिकारियों ने इस ओर आंखें मूंद लिया. इतना ही नहीं एफआईपीबी के कुछ अधिकारियों ने आईएनएक्स मीडिया को गलत तरीके से फायदा पहुंचाया.
नियमों की अनदेखी की गई
एफआईपीबी ने आईएनएक्स न्यूज प्राइवेट लिमिटेड को फ्रेश अप्रूवल पाने के लिए फिर से अप्लाई करने को कहा. एफआईपीबी ने रेवेन्यू डिपार्टमेंट की सलाह को भी अनदेखा कर दिया. रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने इस मामले की जांच की सिफारिश की थी और कहा था कि एफडीआई में नियमों की अनदेखी की गई है और एफआईपीबी के अप्रूवल के बिना निवेश हुआ है. इस मामले में कार्ति चिदंबरम पर भी शिकंजा कसने वाला है.