नई दिल्ली
सरकार ने शुक्रवार को 'स्वघोषित गुरु' नित्यानंद का पासपोर्ट कैंसल कर दिया है, साथ नए पासपोर्ट के निवेदन को भी नकार दिया है। यह बात विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताई। इसके अलावा भारत में इक्वाडोर के राजदूत ने उन सब खबरों को पूरी तरह खारिज किया है, जिनमें इक्वाडोर की सरकार द्वारा नित्यानंद को शरण देने की बात कही जा रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमने अपने सभी दूतावासों को इस संबंध में सूचित कर दिया है कि यह व्यक्ति कई आपराधिक मामलों में वांछित है। हमने अपने सभी दूतावासों से स्थानीय सरकारों के सूचित करने को कहा है।
वहीं भारत स्थित इक्वाडोर के दूतावास ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि, जहां कहीं भी इस तरह की खबरें छापी गई हैं कि इक्वाडोर की सरकार ने स्वघोषित गुरु नित्यानंद को शरण दी है या कोई जमीन खरीदने में कोई मदद की है, इस तरह की सभी खबरें निराधार और गलत हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया, 'इक्वाडोर ने नित्यानंद के शरण के निवेदन को ठुकरा दिया है, जिसके बाद नित्यानंद ने इक्वाडोर छोड़ दिया।' इसमें बताया गया है कि मीडिया में जहां कहीं भी ऐसी खबरें हैं उनका आधार नित्यानंद की वेबसाइट kailaasa.org है। इस वेबसाइट का संचालन नित्यानंद या उनके लोगों द्वारा किया जाता है।
बता दें कि नित्यानंद की वेबसाइट पर कहा गया था कि नित्यानंद ने कथित तौर पर दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर से एक द्वीप खरीद कर अपना एक देश बसा लिया है। यही नहीं इस वेबसाइट पर देश की नागरिकता, पासपोर्ट समेत तमाम जानकारियां दी हैं।
साथ ही गुजरात पुलिस ने शुक्रवार को ही नित्यानंद का पता लगाने के लिए इंटरपोल से उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग करेगी। अधिकारी ने बताया, ‘इंटरपोल से ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग करने के लिए सीआईडी नोडल एजेंसी होती है। हमने नित्यानंद का पता लगाने के लिए नोटिस जारी करने के संबंध में सीआईडी को पत्र भेजा है।’ गौरतलब है कि ब्लू कॉर्नर नोटिस सदस्य देशों को इस बात के लिए बाध्य करता है कि वह अपराध में लिप्त किसी व्यक्ति का पता ठिकाना साझा करे।