कोलकाता
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों (bengal election result) में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। हॉटसीट नंदीग्राम पर असल मायनों में 'खेला' हो गया। ममता बनर्जी और कभी उनके खास सिपहसलार रहे सुवेंदु अधिकारी के बीच दिन पर कांटे की टक्कर रही। शुरुआती रुझानों में जहां अधिकारी ममता से आगे निकलते नजर आए, वहीं बाद में ममता को भी आगे निकलते देखा गया। रविवार शाम करीब पांच बजे खबर आई कि ममता ने सुवेंदु अधिकारी को 1200 वोटों से शिकस्त दे दी है। करीब एक घंटे बाद पता चला कि हारे सुवेंदु अधिकारी नहीं बल्कि ममता बनर्जी हैं। बीजेपी प्रत्याशी अधिकारी ने ममता को 1736 मतों से हरा दिया है। इस हार के बाद ममता ने आरोप लगाया है कि चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद कुछ हेरफेर की गई है। इसको लेकर वह कोर्ट जाएंगी और जल्द इसका खुलासा करेंगी।
नंदीग्राम के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद मीडिया से वार्ता में ममता बनर्जी ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। उनसे जब हार को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा- 'नंदीग्राम में भूल जाओ क्या हुआ। नंदीग्राम के बारे में चिंता मत करो। नंदीग्राम के लोग जो भी जनादेश देंगे, मैं उसे स्वीकार करती हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैंने नंदीग्राम में सघंर्ष किया क्योंकि मैं एक आंदोलन लड़ी। हमने 221 से अधिक सीटें जीतीं और बीजेपी चुनाव हार गई है।'
Don't worry about Nandigram, I struggled for Nandigram because I fought a movement. It's ok. Let the Nandigram people give whatever verdict they want, I accept that. I don't mind. We won more than 221 seats & BJP has lost the election: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/jmp098PF2A
— ANI (@ANI) May 2, 2021
'बीजेपी की प्रवक्ता बना रहा चुनाव आयोग'
मतदान के दौरान लगातार चुनाव आयोग पर हमले करते रहीं ममता ने एक बार फिर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नंदीग्राम की लड़ाई उनके संघर्ष का हिस्सा है। चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में हमेशा बीजेपी की प्रवक्ता के रूप में काम किया। पूरे चुनाव बीजेपी ने डर्टी पॉलिटिक्स की है।
भाजपा चुनाव हार गई है। उन्होंने गंदी राजनीति की। हमें चुनाव आयोग के डर का सामना करना पड़ा: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC नेता ममता बनर्जी pic.twitter.com/FJORkLhsxU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 2, 2021
16वें राउंड में सिर्फ 6 वोटों से आगे थे अधिकारी
ममता और सुवेंदु अधिकारी के बीच की टक्कर किस कदर कांटे की रही, उसे इस बात से समझा जा सकता है कि 16वें राउंड की मतगणना में सुवेंदु मात्र 6 वोटों से ममता से आगे चल रहे थे। गौरतलब है कि सुवेंदु अधिकारी के टीएमसी छोड़कर बीजेपी जाने के बाद ममता ने अपनी परंपरागत भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। नंदीग्राम में चुनावी पर्चा भरने के बाद ममता के पैर में चोट लग गई थी जिसको लेकर पूरे चुनाव के दौरान तगड़ी राजनीति होती रही।
BJP has lost the elections. They played dirty politics. We faced the horror of Election Commission: West Bengal CM and TMC leader Mamata Banerjee pic.twitter.com/7xMwYu9nn6
— ANI (@ANI) May 2, 2021
सुवेंदु की जीत से बीजेपी को मिली संजीवनी
ममता की चुनौती को स्वीकार करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि वह उनको 50 हजार से ज्यादा वोटों से हरा देंगे अन्यथा राजनीति से संन्यास ले लेंगे। सुवेंदु का एक दावा तो सही हो गया जो उन्होंने ममता को शिकस्त दे दी। पर 50 हजार वोटों की जगह वह मात्र 1622 वोटों से ही ममता बनर्जी को हरा पाए हैं। खैर, अब अधिकारी राजनीति से संन्यास लेते हैं या नहीं, ये तो वक्त बताएगा पर उनकी जीत से बीजेपी खेमे को कुछ संजीवनी हासिल हुई है।
This is BIG.
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 2, 2021
Mamata Banerjee, the sitting Chief Minister, loses Nandigram.
BJP’s Suvendu Adhikari wins by 1,622 votes.
After this crushing defeat what moral authority will Mamata Banerjee have to retain her Chief Ministership?
Her defeat is a taint on TMC’s victory...
ममता की हार टीएमसी की जीत पर तंज: अमित मालवीय
बीजेपी के महासचिव और आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने सुवेंदु अधिकारी की जीत को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है- 'ममता बनर्जी को नंदीग्राम सीट से सुवेंदु अधिकारी ने 1622 वोटों से मात दे दी है। ममता की हार टीएमसी की जीत पर तंज है।' अमित मालवीय की तरह अन्य बीजेपी नेताओं ने ममता की हार पर टिप्पणी की है।