अमेजन के फाउंडर और सीईओ जेफ बेजोस (55) आज दुनिया के सबसे बड़े अमीर हैं। उनकी नेटवर्थ 117 अरब डॉलर (8.19 लाख करोड़ रुपए) है। पिछले साल उन्होंने 14000 करोड़ रुपए दान में दिए थे। लेकिन, 1964 में जन्म के वक्त उनकी मां जैकलिन (72) के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे फोन का खर्च उठा सकें। बेजोस को पालने के लिए जैकलिन 190 डॉलर (13000 रुपए) महीने की टाइपिस्ट की नौकरी करती थीं। जैकलिन ने बीते रविवार को कैंब्रिज कॉलेज में दिए भाषण में ये बातें कहीं जिन्हें जेफ बेजोस ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
जैकलिन ने बताया- बेजोस के जन्म के वक्त मैं 17 साल की थी और हाईस्कूल की पढ़ाई कर रही थी। कम उम्र में मां बनने की वजह से स्कूल प्रबंधन ने पढ़ाई पूरी करने से रोक दिया। मैं संघर्ष करती रही और आखिर स्कूल मैनेजमेंट को राजी कर लिया। लेकिन, सख्त और अमानवीय शर्तों के साथ मुझे परमिशन मिली। पहली शर्त थी- मुझे शुरुआती बेल बजने के 5 मिनट में स्कूल में एंट्री करनी होती थी, आखिरी बेल के 5 मिनट में बाहर निकलना होता था। दूसरी शर्त- मैं दूसरे स्टूडेंट्स से बात नहीं कर सकती थी। तीसरी- कैफेटेरिया में लंच की इजाजत नहीं थी। चौथी शर्त- डिप्लोमा लेने के लिए मैं दूसरे स्टूडेंट्स की तरह स्टेज पर नहीं जा सकती थी।
बेजोस के जन्म के 17 महीने बाद ही जैकलिन का टेड जॉर्गनसन (जेफ बेजोस के जैविक पिता) से तलाक हो गया था। जैकलिन ने पढ़ाई जारी रखने के लिए नाइट स्कूल में एडमिशन लिया। वे उन प्रोफेसर की क्लास में जाती थीं जो उन्हें बेजोस को साथ लाने की इजाजत देते थे। जैकलिन ने बताया- मेरे पास दो बैग रहते थे, एक में किताबें, डायपर और पानी की बोतल रखती थी। दूसरे में जेफ के खिलौने होते थे।
नाइट क्लासेज में ही जैकलिन की मुलाकात माइक बेजोस से हुई। 1968 में दोनों ने शादी कर ली। माइक की नौकरी के सिससिले में परिवार को दूसरे शहर जाना पड़ा इसलिए जैकलिन ग्रेजुएशन नहीं कर पाईं। उन्होंने बताया- बच्चे कॉलेज जाने लगे तो महसूस हुआ कि हायर एजुकेशन पूरी करनी चाहिए। इसलिए, हाई स्कूल छोड़ने के 20 साल बाद 40 की उम्र में ग्रेजुएशन की।
जेफ बेजोस ने मां के कॉलेज भाषण को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा- मां की कहानी असाधारण है। यह आभार जताने और गर्व करने लायक है।