- हरदोई में एक युवक ने आत्महत्या करने के उद्देश्य से लगा ली थी फांसी
- घरवालों ने उसे मरा समझकर सड़क किनारे रखकर रोना-पीटना शुरू कर दिया था
- मौके पर पहुंचे पुलिस कॉन्स्टेबल्स ने सीने पर पंपिंग करके बचा ली जान
हरदोई
उत्तर प्रदेश के हरदोई में बघौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोपार गांव में एक युवक ने अज्ञात कारणों के चलते आत्महत्या करने के उद्देश्य से फांसी लगा ली। परिजन ने युवक को देखा तो आनन-फानन में उसे उतार लिया और मृत समझकर सड़क किनारे उसे रखकर रोने लगे। तभी उधर से गुजर रहे पुलिसकर्मियों की सूझबूझ से युवक की सांस लौट आई।
जानकारी के अनुसार, गोपार गांव में सुंदर लाल के पुत्र अतुल कुमार उम्र लगभग (30) वर्ष ने अज्ञात कारणों के चलते आत्महत्या करने के उद्देश्य से फांसी लगाई। फांसी पर झूलते अतुल कुमार को परिजन ने देख लिया, जब तक वह फंदा काटकर उसे उतारते काफी देर हो चुकी थी। अतुल की सांसें थम गई थीं। उसे मृत समझकर परिजन सड़क किनारे मकान के बाहर रखकर रोने लगी।
युवक के सीने को लगातार पंप करते रहे पुलिसकर्मी
उधर से गुजर रहे बघौली थाने में तैनात कॉन्स्टेबल हरिशंकर शर्मा और कपिल यादव ने भीड़ देखकर बाइक रोक दी। मामला समझने के बाद हरिशंकर शर्मा और कपिल यादव ने मिलकर युवक के सीने को पंप करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे सांसें आने लगीं, जिससे कॉन्स्टेबल को उम्मीद हो गई युवक शायद बच जाए। हल्की सांसें देखकर कॉन्स्टेबल लगातार युवक के सीने को पंप करते रहे।
ऐम्बुलेंस के आने पर उक्त व्यक्ति को कछौना सीएचसी पहुंचाया गया। जहां युवक की हालत सही बताई गई। संजीवनी बनकर पहुंचे पुलिसकर्मियों और उनकी सूझबूझ से ही युवक की जान वापस आ गई थी। शेष उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना में चल रहा है। फिलहाल अतुल अब खतरे से बाहर है। दोनों सिपाहियों की सूझबूझ से प्रसन्न होकर अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानंजय सिंह ने उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की है।