साल 2020 को सबसे अधिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए इतिहास में जाना जाएगा। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि लॉकडाउन के कारण लोग अपने घरों में कैद हैं और घर से लोगों को ऑफिस की मीटिंग करनी पड़ रही है। इसके अलावा बच्चों की क्लासेज भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ऑनलाइन ही हो रही हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए अभी तक लोग जूम एप का इस्तेमाल सबसे अधिक कर रहे थे लेकिन प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर उठे सवाल के बाद लोगों ने जूम एप से मुंह मोड़ना शुरू कर दिया है और अब नए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप की तलाश है। हाल ही में जूम एप के पांच लाख अकाउंट हैक हुए थे जिनका डाटा एक रुपये से भी कम में डार्क वेब पर बेचे जा रहे थे। इस हैकिंग के बाद गृह मंत्रालय ने जूम एप के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी की और कहा कि जूम एप सिक्योरिटी और प्राइवेसी के लिहाज से ठीक नहीं है। तो अब सवाल यह है कि ऐसा कौन-सा एप है जिसके साथ आराम से ढेर सारे लोगों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो सके और उसके बाद सिक्योरिटी और प्राइवेसी को लेकर कोई खतरा ना हो। यदि आप जूम एप इस्तेमाल करना नहीं चाहते हैं तो आप गूगल मीट एप ट्राई कर सकते हैं। आइए जानते हैं गूगल मीट के बारे में....
Google Meet क्यों है बेस्ट?
किसी भी प्रोड्क्ट पर लोग आमतौर पर दो ही कारणों से भरोसा करते हैं। पहला कारण यह है कि प्रोडक्ट शानदार होना चाहिए और बाजार में उसके जैसा कोई अन्य प्रोडक्ट ना हो। दूसरा भरोसा ब्रांड को लेकर होता है। गूगल मीट के साथ ये दोनों बातें लागू हो रही हैं। गूगल मीट एप को आप डेस्कटॉप और मोबाइल एप दोनों तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं।
गूगल प्ले-स्टोर और एपल के एप स्टोर से गूगल मीट एप को आप फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद अपने ऑफिस या निजी ई-मेल आईडी से लॉगिन करके आप वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कर सकते हैं। Google Meet के जरिए आप पर्सनल ई-मेल आईडी से एक साथ 16 लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं, वहीं यदि आपके ऑफिस में जी सूट (G-Suit) इस्तेमाल होता है तो आप ऑफिस की ई-मेल आईडी के जरिए एक साथ 250 लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं।
Google Meet के फीचर्स