प्योंगयांग
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अब देश के चेयरमैन नहीं रहेंगे। वह पद से हटने नहीं जा रहे बल्कि उनका टाइटल 'चेयरमैन' की जगह अब 'राष्ट्रपति' होगा। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि किम को अब औपचारिक रूप से 'राष्ट्रपति' कहा जाएगा। अब तक यह टाइटल उनके दादा और देश के संस्थापक किम इल सुंग के लिए रिजर्व था।
अंग्रेजी में बदला टाइटल
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बुधवार को किम को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। किम प्योंगयांग के बाहर कुमसूसन पैलेस ऑफ द सन के दौरे पर गए थे। वह अपने पिता चेयरमैन किम जोंग इल की जयंती पर यहां गए थे। KCNA ने अपनी रिपोर्ट में किम जोंग उन को 'डेमोक्रैटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया के स्टेट अफेयर्स के प्रेजिडेंट' बताया गया है। इससे पहले KCNA उन्हें स्टेट अफेयर्स कमिशन का चेयरमैन बताता रहा है। हालांकि, यह टाइटल अंग्रेजी में बदला गया है और कोरियन में वही है।
सामान्य दिखना चाहता है?
यह खबर सामने आने के बाद से इस पर चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर सिर्फ अंग्रेजी में नाम बदलने के पीछे क्या वजह होगी। दक्षिण कोरिया की योन्हाप न्यूज एजेंसी ने एक्सपर्ट्स के हवाले से बताया है कि शायद उत्तर कोरिया दुनिया के सामने एक 'सामान्य देश' दिखने की कोशिश कर रहा है। रूस और चीन जैसे दूसरे देशों की तरह अपने हेड ऑफ स्टेट को प्रेजिडेंट कहलाना इसी कोशिश का हिस्सा हो सकता है।
ताकत चाहते हैं किम जोंग?
यह भी दावा किया जा रहा है कि किम जोंग अपने दादा की तरह ताकत अपने नाम करना चाहते हैं। किम इल सुंग 46 साल सत्ता में रहे थे और 1994 में उनका निधन हो गया था। पिछले महीने हुई पार्टी की एक बैठक में किम को वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया का महासचिव चुना गया। इससे पहले इस पद पर किम जोंग इल थे जो 17 साल तक शासन में थे। उनका 2011 में निधन हो गया था।