जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद भारत पाकिस्तान के बीच तनाव कायम है. इसे लेकर लगातार पाकिस्तान कई बार भारत को परमाणु हमले की गीदड़भभकी दे चुका है. लेकिन लगातार भारत की सख्ती के चलते पाकिस्तान ने अब नरम रुख अख्तियार कर लिया है. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल पहले नहीं करेगा.
इमरान खान ने कहा है कि हम कभी भी पहले युद्ध की शुरुआत नहीं करेंगे. भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्तियां हैं और अगर तनाव बढ़ता है तो विश्व को खतरा पैदा हो जाएगा. इमरान खान ने पाकिस्तान के गवर्नर हाउस में सिख समुदाय को संबोधित करते हुए यह बात कही. खान ने कहा कि युद्ध किसी भी विवाद का हल नहीं होता.
इमरान खान ने अपने संबोधन में कहा कि मैं भारत को कहना चाहता हूं कि युद्ध किसी भी विवाद का हल नहीं होता है. युद्ध में विजेता को भी कुछ न कुछ गंवाना पड़ता है. युद्ध कई और मसलों को जन्म देता है.
2016 से पाकिस्तान से बंद है बातचीत
पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा जनवरी 2016 में पठानकोट स्थित वायुसैनिक अड्डे पर किये गए हमले के बाद भारत की पाकिस्तान से बातचीत नहीं हो रही है और उसका कहना है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते. दोनों देशों के बीच इस साल की शुरुआत में तनाव तब और बढ़ गया था जब पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के एक आत्मघाती हमलावर ने कश्मीर के पुलवाला जिले में सीआरपीएफ जवानों की बस पर हमला किया था. इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे.
बढ़ते आक्रोश के बीच भारतीय वायुसेना ने आतंकवाद निरोधी अभियान चलाया और 26 फरवरी को पाकिस्तान की सीमा के अंदर बालाकोट में जैश के सबसे बड़े आतंकी प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया. इसके अगले ही दिन पाकिस्तानी वायु सेना ने पलटवार करते हुए भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की और इस दौरान हुई हवाई झड़प में एक भारतीय मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जबकि उसके पायलट को पाकिस्तान ने अपने कब्जे में ले लिया. उसे एक मार्च को भारत को सौंपा गया.
कश्मीर से 370 हटने के बाद बढ़ा तनाव
भारत और पाक के बीच हाल में तनाव उस वक्त फिर बढ़ गया जब भारत ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को रद्द कर दिया. इस पर प्रतिक्रिया स्वरूप पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों का दर्जा कम कर दिया और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूर्व में हुई अपनी टेलीफोन वार्ता का हवाला देते हुए खान ने कहा, “मैंने उन्हें बताया कि भारत और पाकिस्तान दोनों जगह एक जैसे हालात हैं. मैंने उन्हें जलवायु परिवर्तन के बारे में बताया. हम एक विस्फोटक स्थिति का सामना कर रहे हैं. अगर हमनें इस समस्या (जलवायु परिवर्तन) का हल नहीं किया तो (दोनों देशों में) पानी की कमी होगी. मैंने उन्हें बताया कि हम एक साथ कश्मीर मुद्दे का हल वार्ता के जरिये कर सकते हैं.”
पाकिस्तान के साथ वार्ता को लेकर भारत की तरफ से उनके प्रयासों पर “कोई प्रतिक्रिया” नहीं मिलने पर हताशा जाहिर करते हुए खान ने कहा, “मैं जो भी प्रयास करता हूं, भारत एक महाशक्ति की तरह व्यवहार करता है और हमसे (वार्ता के लिये) ऐसा करने और वैसा नहीं करने को कहता है. वह हमें आदेश देता है.” उन्होंने यहां विभिन्न यूरोपीय देशों से सिखों को बताया कि पाकिस्तान सिखों को मल्टीपल वीजा जारी करेगा ताकि वे अपने पवित्र स्थलों की यात्रा कर सकें.